लेखनी कविता -21-Jan-2022 बादल
लोग कहते हैं कि
"गरजने वाले बादल बरसते नहीं
जो बरसते हैं , वे गरजते नहीं "
यह पूर्ण नहीं अर्द्ध सत्य है
कुछ बादल ऐसे भी होते हैं
जो चुपचाप बरस कर चले जाते हैं
असल में यही बादल
सबसे अधिक काम के होते हैं
पर एक कहावत और है कि
"मेहनत इतनी खामोशी से करो
कि सफलता शोर मचा दे"
बरसने वाले बादल ऐसे ही होते हैं
कुछ बादल ऐसे भी होते हैं
जो न तो गरजते हैं और न ही बरसते हैं
ऐसे बादल छलिए की तरह होते हैं
जो रोज उठते हैं, नभ में छाते हैं
और लोगों को ललचाकर
चुपचाप निकल जाते हैं ।
ऐसे छलिए बादलों के झांसों से बचना चाहिए ।
कुछ बादल अचानक से आते हैं
और आंधी तूफान के साथ
मूसलाधार बरसात भी लाते हैं
ये सबसे खतरनाक बादल होते हैं
इनकी चाल का अनुमान लगाना बेहद मुश्किल है
कुछ बादल छोटे छोटे बच्चों की तरह
आसमान में आंखमिचौली खेलते हैं
कुछ बादल अलग अलग आकृतियां बनाते हैं
कुछ बादल सपनों की तरह
हमेशा दौड़ते ही रहते हैं ।
बादलों का भी एक शास्त्र है पूरा
अगर ध्यान से देखेंगे तो जानेंगे
जब चिलचिलाती धूप से बचने का
कोई साधन न हो
तब ये बादल ही हैं जो हमें धूप से बचाते हैं
इस तरह बिना बरसने वाले
बादल भी हमें लाभ पहुंचाते हैं ।
हरिशंकर गोयल "हरि"
21.1.22
Swati chourasia
21-Jan-2022 01:00 PM
Very nice 👌
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Hari Shanker Goyal "Hari"
21-Jan-2022 09:59 PM
💐💐🙏🙏
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kapil sharma
21-Jan-2022 11:29 AM
👍👍👍
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Hari Shanker Goyal "Hari"
21-Jan-2022 09:58 PM
🙏🙏
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